A2Z सभी खबर सभी जिले कीअन्य खबरेताज़ा खबर

पॉटर सेन्टर, चुनार विकास आयुक्त (हस्तशिल्प), वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार एवं नेशनल डिजाइन सेंटर

  •  लाल मिट्टी के उत्पादो को जीआई टैग के तहत संरक्षित भी किया”
  • इनका उपयोग खाना पकाने, भंडारण और सजावट सहित विभिन्न चीजों के लिए किया जाता है। मिट्टी के बर्तनों पर जटिल डिजाइन अक्सर प्रकृति से प्रेरित होते हैं, फूलों से बने डिजाइन उपभोक्ताओं को बहुत आकर्षित करते हैं। यह पॉटरी समुदाय की आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) कार्यालय “राष्ट्रीय हस्तशिल्प विकास कार्यक्रम ( एनएचडीपी)” एवं व्यापक हस्तशिल्प कलस्टर विकास योजना (सीएचसीडीएस) के तहत हस्तशिल्प क्षेत्र के संवर्धन और विकास हेतु विभिन्न योजनाएं लागू करता है। अपने क्षेत्राधिकार के तहत क्षेत्रीय कार्यालयों के प्रशासनिक कार्यालय के रूप में कार्य करना ।
Back to top button
error: Content is protected !!